छत्तीसगढ़: कांग्रेस में निष्कासन को लेकर चल रही फैक्ट-फाइंडिंग कमेटी की जांच अभी जारी ही थी कि अब पंचायत चुनाव में भितरघात और गुटबाजी के आरोप सामने आ गए हैं। यह आरोप चुनाव जीतने वाले प्रत्याशी शिवेंद्र कौशिक ने लगाया है। इस बार भूपेश बघेल गुट के नेताओं को संगठन के निशाने पर लिया जा रहा है।
पंचायत चुनाव में गुटबाजी का नया विवाद
➡ कांग्रेस के भीतर नगरीय निकाय चुनाव में भितरघात और खुलेआम पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोपों को लेकर पहले ही निष्कासन की कार्रवाई हो रही थी।
➡ अब पंचायत चुनाव में भी गुटबाजी के आरोप लगे हैं, जिससे पार्टी में अंदरूनी कलह बढ़ गई है।
➡ चुनाव जीतने वाले प्रत्याशी शिवेंद्र कौशिक ने सीधे तौर पर भूपेश गुट पर खेला करने का आरोप लगाया है।
टिकट वितरण पर भी उठे सवाल
➡ बिलासपुर नगरीय निकाय चुनाव के दौरान टिकट वितरण को लेकर विवाद चरम पर था।
➡ पूर्व सीएम भूपेश बघेल अपने करीबी प्रमोद नायक को मेयर पद का टिकट दिलाने में सफल रहे, लेकिन पार्षदों के टिकट वितरण में संगठन और पूर्व विधायक का दबदबा रहा।
➡ पूर्व सीएम के करीबी पार्षद पद के दावेदारों ने टिकट न मिलने पर बगावत कर दी, जिससे पार्टी के भीतर असंतोष और बढ़ गया।
निष्कासन की तलवार लटकी
➡ कांग्रेस संगठन ने भूपेश गुट के समर्थकों पर निष्कासन की कार्रवाई शुरू कर दी है।
➡ इससे पार्टी में गुटबाजी खुलकर सामने आ गई है, जिससे आगामी चुनावों में कांग्रेस को नुकसान हो सकता है।