छत्तीसगढ़ के गौरेला-पेंड्रा-मरवाही (GPM) ज़िले में एसीबी (Anti-Corruption Bureau) की टीम ने एक लंबे समय से फरार चल रहे राजस्व निरीक्षक घनश्याम भारद्वाज को रिश्वत मामले में गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी ने भूमि सीमांकन के नाम पर 50,000 रुपये की रिश्वत मांगी थी।
क्या है मामला?
शिकायतकर्ता रंजीत सिंह राठौर, जो आंदु गांव (GPM) का निवासी है, ने शिकायत की थी कि उनके पिता के नाम पर 2 एकड़ कृषि भूमि के सीमांकन के लिए राजस्व निरीक्षक ने उनसे ₹50,000 की रिश्वत की मांग की।
पहले पकड़ा गया था घनश्याम का साथी
इस मामले में 15 अप्रैल को एसीबी ने राजस्व निरीक्षक संतोष कुमार चंद्रसेन को रंगे हाथों ₹50,000 की रिश्वत लेते पकड़ा था। संतोष को जेल भेज दिया गया था, लेकिन मुख्य आरोपी घनश्याम भारद्वाज मौके से फरार हो गया था।
एसीबी के दबाव में किया सरेंडर
लगातार दबाव और छानबीन के चलते आरोपी ने आखिरकार बिलासपुर स्थित एसीबी कार्यालय में आत्मसमर्पण कर दिया। इसके बाद घनश्याम भारद्वाज को गिरफ्तार कर धारा 7 पीसी एक्ट 1988 (संशोधित 2018) के तहत कार्रवाई की गई है। उसे कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया।
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भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ा संदेश
राजस्व विभाग में चल रही रिश्वतखोरी की प्रवृत्ति के खिलाफ यह कार्रवाई एक सख्त संदेश देती है कि भ्रष्टाचार में लिप्त कोई भी अधिकारी कानून के शिकंजे से बच नहीं सकता।