छत्तीसगढ़ के मुंगेली जिले के कोसाबाड़ी गांव में एक महीने से लापता 7 साल की बच्ची लाली के केस में बड़ा खुलासा हुआ है। श्मशान घाट के पास नरकंकाल और बच्ची जैसे कपड़े मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई है। स्थानीय लोग इसे नरबलि से जोड़कर देख रहे हैं, जिससे भय का माहौल है।
डीएनए जांच से खुलेगा सच्चाई का राज
मुंगेली एसपी भोजराम पटेल ने जानकारी दी कि मौके से बरामद अवशेषों की डीएनए जांच कराई जा रही है। इससे यह स्पष्ट होगा कि यह अवशेष लापता लाली के हैं या नहीं। पुलिस इसे केस में महत्वपूर्ण सुराग मान रही है।
मां के पास सो रही थी बच्ची, रातोंरात हो गया अपहरण
12 अप्रैल की रात मासूम लाली अपनी मां के साथ घर के आंगन में सो रही थी, तभी एक अज्ञात व्यक्ति उसे चुपचाप उठाकर ले गया। परिवार ने तुरंत पुलिस में अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराई, लेकिन अब तक कोई ठोस जानकारी नहीं मिल पाई थी।
लाखों का इनाम भी नहीं दिला सका बच्ची का सुराग
बच्ची को ढूंढने के लिए प्रशासन और जनप्रतिनिधियों ने कुल ₹1.40 लाख का इनाम घोषित किया था:
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🧾 एसपी मुंगेली: ₹10,000
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🧾 IG बिलासपुर: ₹30,000
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🧾 निर्दलीय प्रत्याशी कोमल राजपूत: ₹1,00,000
इसके बावजूद अब तक कोई आरोपी पकड़ में नहीं आया और न ही बच्ची का पता चल सका।
श्मशान घाट के पास नरकंकाल: क्या है नरबलि का सच?
ग्रामीणों ने जब श्मशान घाट के पास नरकंकाल और बच्ची के कपड़े देखे तो नरबलि की आशंका ज़ाहिर की। पुलिस सभी एंगल से जांच कर रही है। घटनास्थल की परिस्थिति, अवशेष और ग्रामीणों की आशंका को ध्यान में रखते हुए हर पहलू की गहन जांच की जा रही है।
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अफवाहों से बचें, पुलिस की अपील
एसपी भोजराम पटेल ने जनता से अपील की है कि वे अफवाहों पर विश्वास न करें और पुलिस को जांच में सहयोग दें। उन्होंने भरोसा जताया कि सच्चाई जल्द सामने आएगी और मासूम को न्याय मिलेगा।