दुर्ग। छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में “डिजिटल अरेस्ट” के नाम पर साइबर ठगी का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। CBI अधिकारी बनकर एक परिवार से 2 करोड़ की मनी लॉन्ड्रिंग का झूठा आरोप लगाकर 54 लाख 90 हजार रुपए की धोखाधड़ी की गई। पुलिस ने अब तक 6 ठगों को गिरफ्तार कर लिया है, जिनमें दो को आज महाराष्ट्र के ठाणे से दबोचा गया।
क्या है पूरा मामला?
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भिलाई के प्रगति नगर, रिसाली निवासी चंद्राकर परिवार को आरोपियों ने वीडियो कॉल कर खुद को CBI अधिकारी बताया।
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झूठा आरोप लगाया गया कि परिवार के किसी सदस्य ने नरेश गोयल नामक शख्स को केनरा बैंक खाता बेचकर 2 करोड़ की मनी लॉन्ड्रिंग की है।
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इस आधार पर उन्हें “डिजिटल अरेस्ट” की धमकी दी गई।
54.90 लाख रुपये की ठगी, किस्तों में पैसे ऐंठे
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29 अप्रैल से 29 मई 2025 के बीच आरोपियों ने डर का माहौल बनाकर चंद्राकर परिवार से अलग-अलग खातों में ₹54.90 लाख ट्रांसफर करवा लिए।
गिरफ्तार आरोपी कौन-कौन हैं?
आज गिरफ्तार हुए आरोपी (महाराष्ट्र से):
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रुषिकेश जोशी – ठाणे, महाराष्ट्र
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बालकरन जोशी – खाते का उपयोगकर्ता
पहले गिरफ्तार आरोपी (लखनऊ, यूपी से):
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दीपक गुप्ता
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राजेश विश्वकर्मा
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कृष्ण कुमार
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शुभम श्रीवास्तव
पुलिस की बड़ी कार्रवाई
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आरोपियों के बैंक खातों की जांच के बाद गिरोह की कड़ियाँ उजागर हुईं।
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पुलिस ने आईटी एक्ट और IPC की ठगी धाराओं के तहत केस दर्ज किया है।
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गिरोह के अन्य सदस्य भी जल्द गिरफ्त में आ सकते हैं।