बालोद, छत्तीसगढ़/ जिला मुख्यालय से करीब 5 किलोमीटर दूर ग्राम ओरमा में एक युवक ने नशे की हालत में शिव मंदिर में तोड़फोड़ कर दी। युवक ने शिवलिंग और नंदी की मूर्ति को खंडित कर तालाब में फेंक दिया। वजह थी—शादी न होने की कुंठा। इस सनकी हरकत के बाद गांव में आक्रोश फैल गया और पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
क्या है पूरा मामला?
ग्राम ओरमा में तालाब किनारे बने शिव मंदिर में 23 जुलाई की रात को एक युवक ने नशे की हालत में शिवलिंग और नंदी की मूर्ति को तोड़कर तालाब में फेंक दिया। सुबह जब ग्रामीण पूजा के लिए मंदिर पहुंचे, तो खंडित मूर्तियां देख सन्न रह गए। साथ ही पूजा सामग्री भी गायब थी।
गांव में फैला गुस्सा, पुलिस में शिकायत
घटना के बाद ग्रामीणों ने सरपंच के साथ मिलकर सिटी कोतवाली थाना में शिकायत की। पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए BNS की धारा 298 के तहत मामला दर्ज किया।
ऐसे पकड़ा गया आरोपी
जांच में पता चला कि यह हरकत गांव के ही नरेंद्र निषाद ने की है। पुलिस जब उसके घर पहुंची तो वह छुपा हुआ मिला। उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की गई।
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क्या कहा आरोपी ने?
पूछताछ में नरेंद्र ने बताया कि वह राजमिस्त्री का काम करता है और काफी समय से उसकी शादी नहीं हो रही थी। इसी से परेशान होकर उसने भगवान को जिम्मेदार ठहराया और नशे में मंदिर में तोड़फोड़ कर दी। इतना ही नहीं, उसने गांव के ही मनोज नामक युवक से पुरानी रंजिश के चलते उसके घर की चार साइकिलें भी तालाब में फेंक दीं।
मूर्तियां बरामद, दोबारा होगी स्थापना
आरोपी की निशानदेही पर तालाब से खंडित मूर्तियां बरामद कर ली गई हैं। ग्रामीणों ने निर्णय लिया है कि उसी स्थान पर नई शिवलिंग की स्थापना बुधवार को की जाएगी। फिलहाल आरोपी को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।