रायपुर: छत्तीसगढ़ के स्कूल शिक्षा विभाग में प्राचार्य के 2934 पदों पर पदोन्नति की बहुप्रतीक्षित प्रक्रिया अब पूर्णता के निकट है। इस प्रक्रिया के सफलतापूर्वक सम्पन्न होने से विभिन्न विद्यालयों में योग्य, अनुभवी और पूर्णकालिक प्राचार्यों का आगमन सुनिश्चित होगा। साथ ही, बड़ी संख्या में ट्रांसफर की प्रक्रिया भी आरंभ हो जाएगी, जिससे विद्यालयों के प्रशासन में सकारात्मक बदलाव देखने को मिलेगा।
ऑनलाइन काउंसलिंग से विवाद रहित ट्रांसफर की राह
स्कूल शिक्षा विभाग ने ट्रांसफर प्रक्रिया को विवादमुक्त बनाने हेतु ऑनलाइन काउंसलिंग शुरू करने की तैयारी की है।
- ग्रेडेशन लिस्ट के अनुसार: प्राचार्यों को स्वेच्छा से अपने चुने हुए विद्यालय में स्थानांतरण का विकल्प दिया जाएगा।
- विवाद से बचाव: यह कदम विभाग में भ्रष्टाचार और अनियमितताओं की संभावना को कम करने के लिए उठाया गया है।
शिक्षक संघ की मांग: शीघ्र और पारदर्शी काउंसलिंग
छत्तीसगढ़ शालेय शिक्षक संघ के अध्यक्ष वीरेंद्र दुबे ने प्रेस नोट जारी करते हुए कहा है कि:
- यथाशीघ्र ऑनलाइन काउंसलिंग शुरू की जाए ताकि पदोन्नति के पश्चात ट्रांसफर में किसी भी तरह के विवाद से बचा जा सके।
- संविदा शिक्षक के रूप में सेवा प्रारंभ करने वाले लगभग 70 साथी, जो 2005 में पद परिवर्तन और 2018 में संविलियन प्राप्त कर अब प्राचार्य बनने जा रहे हैं, उन्हें उचित स्थान पर नियुक्त किया जाए।
- विभाग को पहले की गलतियों और गड़बड़ियों से बचते हुए पारदर्शी काउंसलिंग प्रक्रिया अपनानी चाहिए, जिससे विभाग में सुव्यवस्था, पारदर्शिता और शुचिता बनी रहे।
भविष्य की दिशा: निष्पक्षता और पारदर्शिता के साथ पदस्थापना
शिक्षक संघ ने स्कूल शिक्षा सचिव से अपील की है कि रिक्त प्राचार्य पदों पर विवादमुक्त ढंग से काउंसलिंग के माध्यम से पदस्थापना की प्रक्रिया को शीघ्र पूरा किया जाए। इस प्रक्रिया से सभी शिक्षकों को उनके योग्य स्थान पर नियुक्त किया जा सकेगा और विभाग में एक नई सकारात्मक दिशा की स्थापना होगी।