रायपुर। छत्तीसगढ़ में अवैध रेत खनन और माफियाओं की गुंडागर्दी अब एक बड़ा राजनीतिक मुद्दा बनती जा रही है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने इस मुद्दे पर सरकार को घेरते हुए कमीशनखोरी और सरकारी संरक्षण के आरोप लगाए हैं। वहीं, डिप्टी सीएम अरुण साव और गृहमंत्री विजय शर्मा ने दोषियों पर कठोर कार्रवाई का भरोसा दिलाया है।
PCC चीफ बैज का हमला: “नेता चुप क्यों हैं, क्या कमीशन मिल रहा है?”
बैज ने तीखा बयान देते हुए कहा कि प्रदेश में खुलेआम रेत माफिया सरकार के संरक्षण में काम कर रहे हैं। उन्होंने सवाल उठाया:
“जो नेता चुप बैठे हैं, उन्हें कितना कमीशन मिल रहा है?”
बैज ने यह भी आरोप लगाया कि अवैध खनन में कुछ विधायकों और मंत्रियों की संलिप्तता हो सकती है। उन्होंने कहा कि रेत घोटाला छत्तीसगढ़ के इतिहास का सबसे बड़ा घोटाला साबित हो सकता है।
डिप्टी CM साव का सख्त संदेश: “प्रदेश में माफियागिरी नहीं चलेगी”
डिप्टी मुख्यमंत्री अरुण साव ने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा:
“छत्तीसगढ़ में किसी भी माफिया को पनपने नहीं दिया जाएगा। अपराधी कितना भी बड़ा हो, कानून से ऊपर नहीं।”
उन्होंने कहा कि सरकार माफियागिरी के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति पर काम कर रही है और कानून तोड़ने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
गृह मंत्री शर्मा बोले: दोषियों को मिलेगी सजा
गृहमंत्री विजय शर्मा ने राजनांदगांव की घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उन्होंने खुद IG से बात की है। जो भी इस घटना के लिए जिम्मेदार पाया जाएगा, उस पर दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।
CG- रेत माफियाओं का कहर: विरोध करने पर ग्रामीणों पर चलाई गोली, दो को लगी गोली, इलाके में मचा हडकंप…
राजनांदगांव गोलीकांड: क्या है पूरा मामला?
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बसंतपुर थाना क्षेत्र के मोहड़ गांव में अवैध रेत खनन रोकने गए युवकों पर माफियाओं ने 6 राउंड गोली चलाई।
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तीन युवक घायल हुए। रोशन मंडावी के सिर को छूकर गोली निकली, जो अब मेडिकल कॉलेज में भर्ती हैं।
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पुलिस ने दो संदिग्धों को हिरासत में लिया है और पूछताछ जारी है।
गरियाबंद की घटना: पत्रकारों पर हमला
हाल ही में गरियाबंद जिले में भी रेत माफियाओं ने रिपोर्टिंग करने गए पत्रकारों पर हमला कर दिया था। न सिर्फ मारपीट की गई बल्कि फायरिंग भी की गई थी। यह दर्शाता है कि राज्य में माफिया बेखौफ हैं।