कोरबा में बड़ा भूमि घोटाला उजागर
छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले के करतला तहसील में करोड़ों की सरकारी जमीन के हेरफेर का बड़ा मामला सामने आया है। यहां के पटवारी लोकेश्वर मैत्री ने 250 एकड़ से अधिक शासकीय भूमि को निजी भूमि में बदलकर बेच दिया। इस घोटाले के उजागर होने के बाद कलेक्टर अजीत वसंत ने पटवारी को निलंबित कर दिया और इस मामले में 10 भू-स्वामियों के खिलाफ FIR दर्ज करने के आदेश दिए हैं।
रिकॉर्ड में हेरफेर कर बेची गई सरकारी जमीन
जांच में खुलासा हुआ कि करतला तहसील के ग्राम चोरभट्ठी में स्थित पटवारी हल्का नंबर 34 के अंतर्गत आने वाली सरकारी जमीन को निजी बताया गया और उसे नियमों के खिलाफ जाकर बटांकन दर्ज कर दिया गया। इस जमीन को निजी स्वामियों के नाम पर चढ़ाकर बेचा गया।
जांच के बाद हुआ बड़ा खुलासा
कलेक्टर अजीत वसंत के आदेश पर जब राजस्व विभाग ने इस मामले की जांच शुरू की तो चौंकाने वाली सच्चाई सामने आई। पटवारी ने सरकारी जमीन को निजी बताकर 10 लोगों के नाम दर्ज कर दी थी।
बैंकों में गिरवी रखी गई थी जमीन
जांच में सामने आया कि इस फर्जीवाड़े में शामिल कई भू-स्वामियों ने बैंकों में इन जमीनों को गिरवी भी रख दिया था।
- एक्सिस बैंक रायपुर: कुछ भूमि 27 दिसंबर 2024 से गिरवी थी।
- इसाफ स्माल फाइनेंस बैंक चांपा: कुछ भूमि 21 जनवरी 2025 से गिरवी थी।
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10 भू-स्वामियों पर FIR, पटवारी निलंबित
कलेक्टर ने इस मामले में तुरंत कार्रवाई करते हुए संबंधित पटवारी को निलंबित कर दिया और मास्टरमाइंड माने जा रहे पटवारी के असिस्टेंट बिट्टू चौहान सहित 10 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज करने के निर्देश दिए।