नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव की तैयारियां जोरों पर
छत्तीसगढ़ चुनाव: एक नजर
छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव का नामांकन शुरू हो चुका है। यह पहली बार है जब दोनों चुनाव एक साथ कराए जा रहे हैं। छत्तीसगढ़ देश का पहला राज्य बन गया है जिसने “वन स्टेट, वन इलेक्शन” मॉडल अपनाया है।
राज्य निर्वाचन आयोग ने चुनावी तैयारियों को तेज कर दिया है। 20,000 ईवीएम और 10,000 कंट्रोल यूनिट्स की जांच पूरी हो चुकी है। हैदराबाद से 164 इंजीनियरों की टीम यह प्रक्रिया संपन्न कर चुकी है।
33 जिलों में 33 पर्यवेक्षक नियुक्त
चुनाव प्रक्रिया को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए 33 जिलों में 33 पर्यवेक्षक तैनात किए जाएंगे। इसके लिए IAS और IFS अधिकारियों की सूची तैयार हो रही है। आपातकालीन स्थिति के लिए 10 अतिरिक्त पर्यवेक्षक भी रिजर्व में रखे जाएंगे।
- पर्यवेक्षकों में अधिकांश मंत्रालय और वन मुख्यालय के अधिकारी शामिल होंगे।
- सचिव स्तर के अधिकारियों को प्राथमिकता दी जाएगी।
- IFS अधिकारियों में CF और CCF स्तर के अधिकारियों की नियुक्ति संभव है।
नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव की जानकारी
नगरीय निकाय चुनाव के तहत:
- 10 नगर निगम,
- 49 नगर परिषद,
- 114 नगर पंचायतों में आम चुनाव कराए जाएंगे।
- 5 रिक्त वार्डों में उप-चुनाव भी होंगे।
मतदान केंद्र और मतदाता संख्या:
- कुल 5,970 मतदान केंद्र बनाए गए हैं।
- इनमें से 1,531 संवेदनशील और 132 अति संवेदनशील केंद्र हैं।
- कुल मतदाता:
- पुरुष: 22,00,525
- महिला: 22,73,232
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव:
- ग्राम पंचायत, जनपद पंचायत और जिला पंचायत में कुल 1,75,258 पदों पर चुनाव होंगे।
- कुल मतदान केंद्र: 31,041
- संवेदनशील: 7,128
- अति संवेदनशील: 2,161
मतदान प्रक्रिया
राज्य निर्वाचन आयोग ने फोटोयुक्त मतदाता सूची तैयार कर ली है। यह कदम चुनाव में पारदर्शिता लाने और फर्जी मतदान को रोकने के लिए उठाया गया है।
छत्तीसगढ़ का “वन स्टेट, वन इलेक्शन” मॉडल
छत्तीसगढ़ ने देश के लिए नया उदाहरण पेश करते हुए नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव को एक साथ कराकर चुनावी खर्च में कटौती और प्रक्रिया की दक्षता को बढ़ावा दिया है।