छत्तीसगढ़ में डीएमएफ (DMF) फंड घोटाले को लेकर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) और आर्थिक अपराध अन्वेषण शाखा (EOW) ने एक बड़ा कदम उठाया है। इन एजेंसियों ने आज 4 वरिष्ठ अधिकारियों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया, जहां उन्हें 13 मई तक पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया।
गिरफ्तार अफसरों के नाम और पद
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वीरेंद्र कुमार राठौर – तत्कालीन जनपद सीईओ, पत्थलगांव
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बी.एस. राज – रिटायर्ड जनपद सीईओ
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भरोसा राम ठाकुर – नोडल अधिकारी, डीएमएफ, जिला कोरबा
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राधेश्याम मिर्झा – जनपद सीईओ, जिला कोरबा
डीएमएफ फंड में भारी गड़बड़ी और फर्जीवाड़ा
इन अधिकारियों पर डीएमएफ फंड (District Mineral Foundation) में करोड़ों रुपये की गड़बड़ी, वित्तीय अनियमितता और फर्जी भुगतान करने के आरोप लगे हैं। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि खनिज क्षेत्र के विकास के नाम पर कई योजनाएं कागजों में ही पूरी दिखा दी गईं और ठेके बिना किसी पारदर्शिता के बांटे गए।
ठोस दस्तावेज़ी साक्ष्य के आधार पर की गई गिरफ्तारी
ACB-EOW की टीम ने बैंक रिकॉर्ड, भुगतान रसीदें और योजनाओं के दस्तावेज़ों की जांच के बाद ठोस सबूत जुटाए, जिससे यह साबित हुआ कि इन अधिकारियों ने सरकारी फंड का दुरुपयोग किया।
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पूछताछ में हो सकते हैं और भी बड़े खुलासे
अब जबकि सभी आरोपी पुलिस रिमांड पर हैं, अधिकारियों से पूछताछ में घोटाले के और भी बड़े चेहरों – जैसे कि अन्य अधिकारी, ठेकेदार और राजनेता – के सामने आने की संभावना जताई जा रही है। जांच एजेंसियां सभी संदिग्धों की भूमिका की गंभीरता से जांच कर रही हैं।