10वीं और 12वीं के छात्रों के नतीजे निराशाजनक
बिलासपुर। छत्तीसगढ़ बोर्ड (CGBSE) की प्री-बोर्ड परीक्षा के नतीजे सामने आ गए हैं, और इस बार के परिणामों ने सभी को चौंका दिया है। पहली बार लागू की गई इस व्यवस्था में कई जिलों के छात्रों ने बेहद खराब प्रदर्शन किया है। विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले दिनों में यह व्यवस्था बेहतर होगी, लेकिन फिलहाल परीक्षा परिणाम शिक्षा प्रणाली की गंभीर स्थिति को दर्शा रहे हैं।
इन जिलों के नतीजे सबसे ज्यादा चिंताजनक
बिलासपुर, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही, कोरबा, खैरागढ़, छुईखदान, गंडई जैसे जिलों में प्री-बोर्ड परीक्षा में बड़ी संख्या में छात्र फेल हुए हैं।
🔹 10वीं के नतीजे:
✅ कुल छात्र: 2945
✅ पास हुए: 735 (24.95%)
✅ फेल हुए: 2210 (75.05%)
🔹 12वीं के नतीजे:
✅ कुल छात्र: 3017
✅ पास हुए: 1032 (34.20%)
✅ फेल हुए: 1985 (65.80%)
👉 कुल मिलाकर 5962 छात्रों में से केवल 1767 छात्र ही पास हुए हैं, जो चिंता का विषय है।
वनांचल जिलों ने किया बेहतरीन प्रदर्शन
जहां एक ओर शहरी जिलों के परिणाम निराशाजनक रहे, वहीं वनांचल जिलों के छात्रों ने शानदार प्रदर्शन किया है।
✅ दंतेवाड़ा, जशपुर, कांकेर, कोरिया, बलरामपुर, सूरजपुर और धमतरी के परिणाम उत्साहजनक रहे।
✅ खासकर सुकमा जिले का प्रदर्शन पूरे प्रदेश के लिए रोल मॉडल बन सकता है।
✅ बीजापुर और बस्तर के छात्रों ने भी बेहतरीन प्रदर्शन कर दिखाया कि संसाधनों की कमी भी सफलता की राह में बाधा नहीं बन सकती।
खराब परिणामों के कारण क्या हैं?
📌 ऑनलाइन शिक्षा के बाद छात्रों में लिखने-पढ़ने की आदत कमजोर हुई।
📌 नियमित कक्षाएं और टेस्ट न होने से तैयारी में कमी आई।
📌 पढ़ाई को लेकर छात्रों की गंभीरता में कमी।
✅ छात्रों के लिए जरूरी सुझाव
✔️ पढ़ाई में नियमितता बनाए रखें।
✔️ स्कूलों को रेमेडियल क्लासेस और टेस्ट सीरीज पर ध्यान देना चाहिए।
✔️ छात्रों को समय प्रबंधन और स्ट्रेटजी के साथ तैयारी करनी होगी।