गरियाबंद: छत्तीसगढ़ में चल रहे ‘सुशासन तिहार’ कार्यक्रम के तहत प्रशासनिक सतर्कता के बीच गरियाबंद कलेक्टर दीपक कुमार अग्रवाल ने लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों के खिलाफ सख्त रुख अपनाया है। कार्य में ढिलाई और बिना पूर्व सूचना के अनुपस्थिति को गंभीरता से लेते हुए एक सीएमओ के निलंबन की सिफारिश की गई है और 20 से अधिक अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
फिंगेश्वर CMO चंदन मानकर पर निलंबन की कार्रवाई की सिफारिश
‘सुशासन तिहार’ की समीक्षा के दौरान कलेक्टर ने पाया कि फिंगेश्वर नगर पंचायत के CMO चंदन मानकर कार्यालय में मौजूद नहीं थे और बिना अनुमति के मुख्यालय से बाहर थे।
इसके बाद कलेक्टर ने उन्हें गैर जिम्मेदार मानते हुए निलंबन की सिफारिश उच्च कार्यालय को भेजी है।
24 अधिकारी बिना सूचना के अनुपस्थित, कलेक्टर ने दिए नोटिस जारी करने के आदेश
समीक्षा बैठक में अनुपस्थित पाए गए 24 अधिकारियों को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए गए हैं। इनमें शामिल हैं:
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राजिम SDM विशाल महाराणा
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मैनपुर SDM पंकज डाहिरे
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देवभोग SDM तुलसीदास मरकाम
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जनपद CEO: श्वेता शर्मा (मैनपुर), रवि सोनवानी (देवभोग)
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CMO: मनीष गायकवाड़ (राजिम), श्यामलाल वर्मा (कोपरा), लालसिंग मरकाम (छुरा), संतोष स्वर्णकार (देवभोग)
जिले के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को भी नोटिस
सिर्फ स्थानीय निकाय ही नहीं, बल्कि कई विभागीय अधिकारियों पर भी गाज गिरी है। नोटिस पाने वालों में ये प्रमुख नाम शामिल हैं:
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महिला एवं बाल विकास: अशोक पाण्डेय
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जिला शिक्षा अधिकारी: ए.के. सारस्वत
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कृषि उपसंचालक: चंदन रॉय
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जल संसाधन विभाग: S.K. बर्मन
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राजीव गांधी शिक्षा मिशन: K.S. नायक
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जिला रोजगार अधिकारी, खनिज अधिकारी रोहित साहू, खादी ग्रामोद्योग, रेशम, क्रेडा और बैंक के जिला अधिकारी
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1.45 लाख से अधिक आवेदन ‘सुशासन तिहार’ में दर्ज, कलेक्टर ने दिए निर्देश
बैठक के दौरान कलेक्टर ने स्पष्ट निर्देश दिए कि आवेदनों की त्वरित एंट्री और समाधान सुनिश्चित किया जाए।
अब तक जिले में 1,45,984 आवेदन प्राप्त हुए हैं, जिनका समय पर निराकरण सर्वोच्च प्राथमिकता पर है।