छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (CGPSC) की भर्ती परीक्षा में हुए कथित घोटाले की परतें अब और खुलने लगी हैं। इस हाई-प्रोफाइल घोटाले की जांच में अब प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने भी एंट्री ले ली है। इससे पहले मामले की जांच पहले से ही पुलिस, आर्थिक अपराध शाखा (EOW) और केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) कर रही थी।
मनी लॉन्ड्रिंग के मिले सबूत, ECIR दर्ज
CBI की प्रारंभिक जांच में मनी लॉन्ड्रिंग के पुख्ता प्रमाण सामने आने के बाद ED ने इस मामले में ईसीआईआर (ECIR) दर्ज किया है। अब ED इस पूरे घोटाले के फाइनेंशियल ट्रेल की गहराई से जांच कर रही है।
महिला IAS अफसर और पति रडार पर
CBI की रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि बारनवापारा के एक आलीशान रिसॉर्ट में चयनित अभ्यर्थियों को परीक्षा से पहले 5 दिन की विशेष ट्रेनिंग दी गई थी। यह रिसॉर्ट स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत एक महिला IAS अधिकारी के पति का बताया जा रहा है। अब ED इस अफसर दंपति को समन भेजने की तैयारी में है।
हवाला के जरिए करोड़ों की लेन-देन, दिल्ली-कोलकाता कनेक्शन
ED की जांच का फोकस इस बात पर है कि अभ्यर्थियों के परिवारों ने परीक्षा पास कराने के लिए हवाला नेटवर्क के माध्यम से भारी रकम चुकाई थी। यह पैसा अफसरों और नेताओं तक पहुंचा, जिसकी जांच अब दिल्ली और कोलकाता तक की जा रही है।
CGPSC घोटाले की जांच में सियासी हलचल
जांच एजेंसियों की सक्रियता से राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई है। सूत्रों का दावा है कि कई प्रभावशाली नेताओं और अधिकारियों की भूमिका संदेह के घेरे में है, जिनसे जल्द ही पूछताछ की जा सकती है।