रायपुर। छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले में प्रशासन ने कदाचरण और लापरवाही बरतने वाले कर्मचारियों के विरुद्ध सख्त रुख अपनाया है।
प्रधानमंत्री आवास योजना के हितग्राहियों से रिश्वत लेने और अभद्र व्यवहार की शिकायत पर ग्राम रोजगार सहायक गौरीशंकर पैकरा को संविदा पद से हटा दिया गया है।
PM आवास योजना के तहत हितग्राहियों से ली जा रही थी अवैध वसूली
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मामला विकासखंड कसडोल के ग्राम पंचायत बिलारी (क) का है।
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शिकायत मिली थी कि जियो टैगिंग और मस्टर रोल प्रस्तुत करने के बदले में पैसों की मांग की जा रही थी।
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साथ ही, लाभार्थियों से अभद्र व्यवहार करने का भी आरोप था।
जांच में दोषी पाए गए रोजगार सहायक
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जनपद पंचायत कसडोल के सीईओ ने मामले की जांच करवाई।
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जांच में आरोप सत्य पाए गए।
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इसके बाद जिला पंचायत के अनुमोदन से गौरीशंकर पैकरा को संविदा पद से बर्खास्त कर दिया गया।
प्रशासन का सख्त संदेश – भ्रष्टाचार नहीं होगा बर्दाश्त
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बलौदाबाजार जिला प्रशासन ने साफ किया है कि
“कदाचरण या लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।” -
यह कार्रवाई अन्य कर्मचारियों के लिए चेतावनी मानी जा रही है कि
जनहित की योजनाओं में गड़बड़ी करने वालों को छोड़ा नहीं जाएगा।