महाकुंभ में नागा संन्यासियों की धूम
महाकुंभ 2025 की शुरुआत के साथ ही एक बार फिर नागा संन्यासियों का चर्चा का विषय बन चुका है। हर कोई उनकी रहन-सहन, तपस्या और जीवनशैली के बारे में जानने के लिए उत्सुक है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि नागा संन्यासियों का जीवन बेहद कठिन और तपस्वी होता है? यह जीवन सामान्य इंसान के लिए असंभव सा लगता है, क्योंकि इसमें हर कदम पर कठोरता और त्याग की आवश्यकता होती है।
कैसे बनते हैं नागा संन्यासी?
नागा बनने के लिए कुछ कठिन और रहस्यमय चरणों से गुजरना पड़ता है। इनमें शामिल हैं:
- घर से भिक्षा
- माता-पिता से भिक्षा
- 14 पीढ़ियों का पिंडदान
- माता-पिता का पिंडदान
- स्वयं का पिंडदान
- पिंडदान के बाद पहली डुबकी
नागा जीवन का त्याग
नागा संन्यासियों का जीवन सांसारिक रिश्तों से पूर्ण रूप से कट जाता है। वे सांसारिक सुखों से दूर रहते हुए, केवल भक्ति और तपस्या में लीन रहते हैं।
नागा संन्यासियों की शिव साधना
नागा संन्यासी विशेष प्रकार की साधना करते हैं, जो न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक और आध्यात्मिक भी होती है। यह साधना इन विशेष तरीकों से की जाती है:
- गुरु की देखरेख में साधना
- हिमालय की कंदराओं में तपस्या
- बर्फीली गुफाओं में साधना
- बर्फीले पानी में स्नान
- खाने में कंदमूल और फल का सेवन
- नदी का पानी पीना
- वस्त्र की जगह भभूत का प्रयोग
- घने जंगलों में तप
- गुफा बनाकर तप
- मठों में साधना
नागा का मतलब क्या है?
संस्कृत में “नागा” का अर्थ पहाड़ और एकांतवास से जुड़ा हुआ है, जबकि कच्छी भाषा में इसे एक कुशल लड़ाकू योद्धा के रूप में जाना जाता है। नागा संन्यासियों की परंपरा महर्षि वेदव्यास ने शुरू की थी, और अब इन्हें 13 अखाड़ों में दीक्षा दी जाती है।
नागा संन्यासियों के योगदान
नागा संन्यासियों ने हमेशा देश और धर्म की रक्षा के लिए अपनी जान की बाजी लगाई है:
- 1664: औरंगजेब का बाबा विश्वनाथ मंदिर पर हमला, नागा साधुओं ने सेना को खदेड़ा।
- 1669: औरंगजेब ने दूसरी बार काशी पर हमला किया, 40 हजार नागा साधुओं ने बलिदान दिया।
- 1757: अहमद शाह अब्दाली की सेना ने मथुरा पर हमला किया, 4 हजार नागा साधुओं ने सेना को हराया।
नागा साधुओं के 13 अखाड़े
नागा साधुओं के कुल 13 अखाड़े होते हैं, जिनमें से प्रमुख हैं:
- महानिर्वाणी
- अटल
- निरंजनी
- आनन्द
- जूना
- आवाहन
- पंचाग्नि
- निर्मोही
- दिगम्बर
- निर्वाणी
- नया उदासीन
- बड़ा उदासीन
- निर्मल