नोएडा: नोएडा के थाना सेक्टर-24 पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है, जो मोबाइल कंपनी के कर्मचारी बनकर मोबाइल टावरों से महत्वपूर्ण उपकरण रिमोट रेडियो यूनिट (RRU) चोरी करता था। पुलिस ने गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से एक RRU बरामद किया है।
कैसे करते थे चोरी?
ये बदमाश मोबाइल कंपनी के कर्मचारी बनकर मोबाइल टावर पर चढ़ते थे और RRU समेत अन्य कीमती उपकरणों को चुराकर फरार हो जाते थे। आरआरयू मोबाइल सिग्नल ट्रांसमिशन के लिए उपयोगी एक महंगा डिवाइस है, जिसकी कीमत लाखों रुपये होती है। इस उपकरण की चोरी से आसपास के क्षेत्रों में नेटवर्क समस्या और कॉल ड्रॉप जैसी परेशानियां बढ़ जाती हैं।
चोरी की घटना
शुक्रवार को सेक्टर-22 में एक मकान की छत पर लगे मोबाइल टावर से RRU चोरी हुआ था। इसकी शिकायत मोबाइल कंपनी ने पुलिस को दी थी। मामले की जांच करते हुए पुलिस ने शनिवार को सेक्टर-22 के एफ ब्लॉक स्थित बारात घर के पास से चार आरोपियों को गिरफ्तार किया।
आरोपियों की पहचान
गिरफ्तार किए गए आरोपियों के नाम इस प्रकार हैं:
- सुरजीत सिंह
- सन्नी सिंह
- जितेंद्र
- प्रदीप चौहान
चोरी के उपकरण बेचने का रैकेट
पुलिस के अनुसार, ये आरोपी चोरी किए गए RRU को दिल्ली और अन्य स्थानों पर बेच देते थे। गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ के बाद उनके आपराधिक रिकॉर्ड भी खंगाले जा रहे हैं।
RRU की अहमियत
विशेषज्ञों के मुताबिक, RRU मोबाइल टावर के लिए आवश्यक उपकरण है, जो सिग्नल ट्रांसमिशन करता है। इसके न होने से:
- नेटवर्क में बाधा आती है।
- कॉल कनेक्टिविटी में समस्या होती है।
- डेटा स्पीड धीमी हो जाती है।
लगातार हो रही हैं ऐसी घटनाएं
नोएडा में मोबाइल टावरों से RRU चोरी की घटनाएं बढ़ रही हैं। पुलिस की सक्रियता से चोर पकड़े भी जा रहे हैं, लेकिन चोरी के मामलों में कोई कमी नहीं आ रही।
पुलिस की अपील
नोएडा पुलिस ने नागरिकों और मोबाइल कंपनियों से अपील की है कि वे अपने टावरों की निगरानी बढ़ाएं और संदिग्ध गतिविधियों की तुरंत जानकारी दें।