सूरजपुर। छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले में पंचायत चुनाव के पहले दो चरण पूरे हो चुके हैं, और अब जिला पंचायत अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के चयन को लेकर भाजपा और कांग्रेस में जबरदस्त खींचतान चल रही है। दोनों ही पार्टियां अपनी जीत के दावे कर रही हैं, जबकि निर्दलीय उम्मीदवारों की भूमिका निर्णायक मानी जा रही है।
भाजपा का दावा: हमारी सरकार बनेगी!
भाजपा का मानना है कि पहले दो चरणों में उसके छह जिला पंचायत सदस्य जीतकर आए हैं और आगामी तीसरे चरण में भी चार सीटें जीतने का विश्वास है। भाजपा नेताओं का कहना है कि जनता ने विकास के नाम पर वोट दिया है, और उनकी सरकार सूरजपुर जिला पंचायत में अध्यक्ष और उपाध्यक्ष दोनों पदों पर काबिज होगी।
कांग्रेस का पलटवार: हमारी सरकार बनना तय!
कांग्रेस ने भी अपनी जीत का दावा किया है। पार्टी नेताओं का कहना है कि पहले और दूसरे चरण में चार प्रत्याशी विजयी हुए हैं और तीसरे चरण के चुनाव में कांग्रेस के और अधिक प्रत्याशी जीत दर्ज करेंगे। साथ ही, कांग्रेस ने निर्दलीय उम्मीदवारों का समर्थन जुटाकर जिला पंचायत में सत्ता बनाने की रणनीति पर काम शुरू कर दिया है।
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निर्दलीयों की भूमिका होगी निर्णायक!
23 फरवरी को होने वाले तीसरे चरण के चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवारों की भूमिका सबसे अहम मानी जा रही है। अब तक चार निर्दलीय उम्मीदवार जीत चुके हैं, और तीसरे चरण में और निर्दलीय जीत दर्ज कर सकते हैं। यही वजह है कि भाजपा और कांग्रेस दोनों ही निर्दलीयों को अपने पाले में लाने के लिए रणनीति बना रही हैं।