ओम जाप को सिर्फ आध्यात्मिक नहीं, बल्कि वैज्ञानिक रूप से भी लाभकारी माना जाता है। हाल ही में न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. श्वेता अड़ातिया ने अपने शोध में ओम ध्वनि के दिल और दिमाग पर होने वाले प्रभावों का अध्ययन किया। उनकी रिसर्च के अनुसार, ओम एक यूनिवर्सल फ्रीक्वेंसी है, जो न केवल मानसिक शांति प्रदान करती है, बल्कि हार्ट रेट (दिल की धड़कन) को भी नियंत्रित करने में मदद करती है।
ओम जाप से दिमाग और दिल को कैसे फायदा होता है?
ब्रेन साइंस में रुचि रखने वाली डॉ. श्वेता अड़ातिया लंबे समय से प्राणायाम और मंत्रों के जाप के मानसिक और शारीरिक प्रभावों पर शोध कर रही हैं। उन्होंने अपने हार्ट रेट वैरिएबिलिटी (HRV) को मापा और पाया कि ओम जाप करने से उनकी हार्ट रेट 90 से घटकर 60-65 तक आ गई।
रिसर्च में क्या निकले नतीजे?
सटीकता जांचने के लिए उन्होंने पल्स ऑक्सीमीटर से अपनी हार्ट रेट चेक की:
✅ शुरुआती हार्टबीट – 83 BPM
✅ पहले तरीके से जाप करने पर – 73 BPM
✅ दूसरे तरीके से जाप करने पर – 69 BPM
🔥 ओम जाप के दो तरीके और उनके चमत्कारी प्रभाव
1️⃣ “ओ” ध्वनि को लंबा खींचकर जाप करने से
🔹 दिमाग अधिक सक्रिय (Active) होता है
🔹 एनर्जी लेवल बढ़ता है
🔹 हार्ट रेट कम होकर 73 पर आ गई
2️⃣ “म” ध्वनि को लंबा खींचकर जाप करने से
🔹 दिमाग को गहरी शांति मिलती है
🔹 तनाव कम होता है
🔹 हार्ट रेट और कम होकर 69 तक पहुंच गई
🕰️ ओम जाप करने का सही समय
🌅 सुबह ओम जाप
✔ “ओ” ध्वनि को अधिक देर तक खींचें
✔ यह दिमाग को एक्टिवेट करता है
✔ एनर्जी और फोकस बढ़ाता है
🌙 रात में ओम जाप
✔ “म” ध्वनि को अधिक देर तक उच्चारित करें
✔ शांति मिलती है और नींद गहरी आती है
✔ तनाव कम होता है
तुलसी के पत्तों का पानी पिएं, दिल की बीमारियों का खतरा होगा कम….
❤️ हार्ट हेल्थ के लिए क्यों जरूरी है ओम जाप?
🩺 स्थिर हार्ट रेट = स्वस्थ दिल
🧘♂️ तनाव और चिंता को कम करता है
⚠️ दिल की बीमारियों का खतरा घटता है
🧠 मानसिक शांति और ध्यान केंद्रित करने में मदद करता है