हेल्थ डेस्क | ड्राई फ्रूट्स यानी मेवे सिर्फ स्वाद ही नहीं बढ़ाते, बल्कि पोषण का खजाना भी होते हैं। लेकिन अक्सर लोगों के मन में यह सवाल उठता है कि ड्राई फ्रूट्स को भिगोकर खाना बेहतर होता है या भूनकर? इस विषय में आयुर्वेदिक डॉक्टर और न्यूट्रिशन एक्सपर्ट डॉ. अंजना कालिया ने विस्तार से जानकारी दी है, जो आपकी सेहत के लिए बेहद उपयोगी साबित हो सकती है।
भिगोए हुए ड्राई फ्रूट्स – पाचन के लिए अमृत
डॉ. कालिया के अनुसार, भिगोए हुए ड्राई फ्रूट्स जैसे बादाम, अखरोट, किशमिश और अंजीर पाचन के लिए अत्यधिक लाभकारी होते हैं।
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इन्हें भिगोने से फाइटिक एसिड और एंजाइम इनहिबिटर्स नष्ट हो जाते हैं, जो पोषक तत्वों के अवशोषण में रुकावट डालते हैं।
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भिगोए गए मेवे शरीर में जल्दी पचते हैं और पोषक तत्व अधिक अच्छी तरह से अवशोषित होते हैं।
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विशेषकर भिगोए हुए बादाम में विटामिन E, फाइबर और एंटीऑक्सिडेंट्स अधिक प्रभावी रूप से सक्रिय हो जाते हैं, जो त्वचा, बालों और मस्तिष्क के लिए लाभकारी हैं।
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भुने हुए ड्राई फ्रूट्स – स्वाद तो है, पर सेहत में थोड़ी कमी
भुने हुए ड्राई फ्रूट्स, खासकर तेल या नमक में तले हुए, लंबे समय तक सेवन करने पर सेहत के लिए हानिकारक हो सकते हैं:
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इनमें संतृप्त वसा (saturated fat) और सोडियम की मात्रा अधिक हो जाती है।
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इसके चलते हृदय रोग, हाई ब्लड प्रेशर और वजन बढ़ने का खतरा बढ़ जाता है।
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अगर ड्राई रोस्टिंग (बिना तेल के भूनना) की जाए तो कुछ हद तक सुरक्षित है, लेकिन तब भी कुछ महत्वपूर्ण पोषक तत्व नष्ट हो सकते हैं।