बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के सिम्स मेडिकल कॉलेज में एक बार फिर विवाद खड़ा हो गया है। यहां मेडिसिन विभाग में कार्यरत एक महिला डॉक्टर ने अपने विभागाध्यक्ष डॉ. पंकज पर गंभीर आरोप लगाए हैं। महिला डॉक्टर का कहना है कि उन्हें मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है। इस मामले की शिकायत उन्होंने छत्तीसगढ़ डॉक्टर्स फेडरेशन और मुख्यमंत्री सचिवालय से की है। इस घटना के बाद से सिम्स में हड़कंप मचा हुआ है और प्रबंधन ने महिला उत्पीड़न जांच समिति को जांच का जिम्मा सौंपा है।
क्या हैं महिला डॉक्टर के आरोप?
पीड़िता ने आरोप लगाया है कि:
✔️ आपातकालीन ड्यूटी के दौरान उनका मोबाइल तोड़ा गया।
✔️ ड्यूटी के दौरान मौखिक दुर्व्यवहार और अनुचित स्पर्श किया गया।
✔️ दुर्भावनापूर्ण वातावरण बनाकर मानसिक प्रताड़ना दी गई।
महिला डॉक्टर ने कहा कि इस प्रताड़ना के कारण उनका मानसिक स्वास्थ्य प्रभावित हो रहा है और कार्य बाधित हो रहा है। उन्होंने डीन स्तर पर कार्रवाई नहीं होने के चलते फेडरेशन और मुख्यमंत्री सचिवालय से न्याय की मांग की है।
विभागाध्यक्ष का पलटवार
डॉ. पंकज ने इन आरोपों को दुर्भावनापूर्ण बताया है। उनका कहना है कि शिकायतकर्ता महिला डॉक्टर खुद अस्पताल में जूनियर डॉक्टरों को परेशान करती हैं और उनके खिलाफ मरीजों से अवैध वसूली की शिकायतें हैं। उन्होंने महिला डॉक्टर पर जातिगत टिप्पणी करने का भी आरोप लगाया और प्रबंधन से इस मामले की निष्पक्ष जांच और कार्रवाई की मांग की है।
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जांच समिति के पास मामला, अब क्या होगा?
सिम्स मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने यह मामला महिला उत्पीड़न जांच समिति को सौंप दिया है, जो सभी पक्षों से पूछताछ कर अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। अब देखना होगा कि इस विवाद का निपटारा किस दिशा में जाता है।