मध्य प्रदेश: भिंड जिला अस्पताल में इलाज में देरी के कारण एक युवती की दर्दनाक मौत हो गई। इस घटना के बाद परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा किया और डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया। परिजनों का कहना है कि वे तीन घंटे तक अस्पताल में भटकते रहे, लेकिन समय पर इलाज नहीं मिलने से उनकी बेटी की जान चली गई। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
क्या है पूरा मामला?
📍 घटना सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र के जिला अस्पताल की है।
📍 नीतू भदौरिया अपनी भतीजी को इलाज के लिए लेकर आईं, लेकिन डॉक्टर ने समय पर इलाज नहीं किया।
📍 तीन घंटे तक अस्पताल में इधर-उधर भटकने के बाद युवती की मौत हो गई।
📍 गुस्साए परिजनों ने डॉक्टर विनीत गुप्ता पर लापरवाही का आरोप लगाया।
📍 उनका कहना है कि समय पर इलाज मिलता तो बच्ची की जान बच सकती थी।
अस्पताल में नहीं मिला बेड, इलाज से पहले ही गई जान!
✅ मृतका की मां ने बताया कि बेटी को दो दिन से खांसी और तेज बुखार था।
✅ जब अस्पताल पहुंची तो हर वार्ड में भटकने के बाद भी न बेड मिला, न इलाज।
✅ डॉ. विनीत गुप्ता के निजी क्लिनिक में भी दिखाया गया था, लेकिन हालत बिगड़ने पर जिला अस्पताल लाया गया।
✅ अस्पताल में घंटों इंतजार के बाद बेड मिला, लेकिन जब डॉक्टर ने इंजेक्शन लगाया, तो 10 मिनट बाद ही युवती की मौत हो गई।
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पुलिस ने शुरू की जांच, अस्पताल प्रशासन पर उठे सवाल
🔹 घटना के बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
🔹 अस्पताल प्रशासन और डॉक्टरों की लापरवाही को लेकर लोगों में भारी आक्रोश है।
🔹 परिजनों ने मांग की है कि जिम्मेदार डॉक्टरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो।