सूरजपुर (छत्तीसगढ़)। जिले के ग्राम पंचायत चिकनी (पोस्ट लांजीत) क्षेत्र में सोमवार सुबह एक भयानक वन्यजीव हमला हुआ, जिसमें एक महिला की जान चली गई। मृतका की पहचान फूलमती सिंह धुर्वे (32) के रूप में हुई है, जो तेंदूपत्ता तोड़ने जंगल गई थीं। सुबह 7 से 8 बजे के बीच जंगल में अचानक एक भालू ने उन पर हमला कर दिया, जिससे मौके पर ही उनकी मौत हो गई।
घटना के बाद ग्रामीणों में रोष, वन विभाग की कार्यप्रणाली पर उठे सवाल
घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय ग्रामीण बड़ी संख्या में मौके पर पहुंचे। लोगों का कहना है कि वन विभाग की लापरवाही और जंगल सुरक्षा में कमी के चलते लगातार ऐसे हादसे हो रहे हैं। गांव में भय और गुस्से का माहौल है।
परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़, भालू हमले ने छीना सहारा
फूलमती सिंह न सिर्फ घर की जिम्मेदार सदस्य थीं, बल्कि परिवार की आर्थिक रीढ़ भी मानी जाती थीं। उनके निधन से पति कैलाश सिंह धुर्वे और परिजन गहरे सदमे में हैं, और अब उनके सामने रोजगार व जीवन-यापन का संकट खड़ा हो गया है।
ग्रामीणों की मांग: मिले मुआवजा और बने ठोस सुरक्षा नीति
ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि—
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फूलमती सिंह के परिजनों को उचित मुआवजा दिया जाए,
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जंगल क्षेत्र में वन्यजीव हमलों पर रोक के लिए ठोस नीति बने,
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गांवों के आसपास के क्षेत्रों में निगरानी बढ़ाई जाए।
तेज रफ्तार का कहर: सड़क पार कर रहे जंगली सुअर से टकराई कार, सुअर की मौत, चालक घायल…
वन विभाग के दावों की खुली पोल, सुरक्षा इंतज़ाम नाकाफी
भले ही वन विभाग वन्यजीव सुरक्षा और निगरानी की बात करता हो, लेकिन भालू जैसे खतरनाक जानवर गांवों के पास तक पहुंच रहे हैं। इस घटना ने जमीनी हकीकत उजागर कर दी है और लोगों की सुरक्षा को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं।