8th Pay Commission Update: केंद्र सरकार ने 8वें वेतन आयोग को लेकर संकेत दे दिए हैं। इसके 1 जनवरी 2026 से लागू होने की संभावना है, जिससे 50 लाख सरकारी कर्मचारी और 65 लाख पेंशनर्स की आय में बड़ा बदलाव आएगा। कर्मचारी संगठनों में उत्साह है क्योंकि इस बार DA मर्जर और फिटमेंट फैक्टर के चलते सैलरी में भारी बढ़ोतरी की उम्मीद है।
फिटमेंट फैक्टर क्या होता है?
फिटमेंट फैक्टर = पुरानी बेसिक सैलरी × फिटमेंट फैक्टर
7वें वेतन आयोग में यह 2.57 था, जिससे न्यूनतम बेसिक ₹7,000 से ₹18,000 हो गई थी।
👉 उदाहरण: ₹10,000 × 2.57 = ₹25,700
8वें वेतन आयोग में क्या बदलेगा?
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DA मर्जर: जनवरी 2026 तक DA के 60-70% तक पहुंचने की उम्मीद है। इसे बेसिक में मर्ज किया जा सकता है।
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फिटमेंट फैक्टर:
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कर्मचारियों की मांग: 3.68 (न्यूनतम सैलरी ₹66,240)
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विशेषज्ञों का अनुमान: 1.92 से 2.86 (न्यूनतम सैलरी ₹34,560 से ₹51,480)
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पेंशन वृद्धि: 9,000 से बढ़कर ₹25,740 (2.86 फैक्टर पर), ₹33,120 (3.68 फैक्टर पर)
DA मर्जर से कैसे बदलेगी सैलरी?
मान लें, जनवरी 2026 में DA = 70% और बेसिक सैलरी = ₹18,000
👉 नई बेसिक = ₹18,000 + 70% DA = ₹30,600
👉 अगर फिटमेंट फैक्टर 2.28 है, तो नई सैलरी: ₹30,600 × 2.28 = ₹69,768
संभावित सैलरी ब्रेकेट:
फिटमेंट फैक्टर | न्यूनतम सैलरी (₹) | न्यूनतम पेंशन (₹) |
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1.92 | ₹34,560 | – |
2.28 | ₹41,040 | – |
2.86 | ₹51,480 | ₹25,740 |
3.68 | ₹66,240 | ₹33,120 |
अन्य लाभ जो मिल सकते हैं:
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भत्तों में बढ़ोतरी: HRA, TA सहित अन्य एलाउंस में इजाफा संभव
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यूनिफाइड पेंशन स्कीम (UPS): रिटायरमेंट से पहले की 12 महीनों की सैलरी पर आधारित नई पेंशन स्कीम
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नया पे मैट्रिक्स: पारदर्शिता बढ़ेगी और पदानुसार वेतन संरचना आसान होगी
सरकार का स्टैंड क्या है?
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16 जनवरी 2025 को कैबिनेट से आयोग के गठन को मिली मंजूरी
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सदस्यों की नियुक्ति और सिफारिशें बाकी
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वित्त मंत्रालय DA मर्जर पर अब तक मौन, लेकिन इंकार नहीं किया गया