बस्तर, छत्तीसगढ़। बस्तर जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक सरकारी डॉक्टर डॉ. एस. एस. भारद्वाज ने नियमों की अनदेखी करते हुए अपने ही घर पर अवैध क्लिनिक चला रखा था। यह मामला तब सामने आया जब स्थानीय लोगों की शिकायत पर प्रशासनिक टीम ने छापा मारा और क्लिनिक को सील कर दिया।
घर में था अस्पताल जैसा सेटअप
डॉ. भारद्वाज बास्तानार स्वास्थ्य केंद्र में एमबीबीएस डॉक्टर के पद पर कार्यरत हैं, लेकिन उन्होंने बडे़ किलेपाल में अपने निवास स्थान पर प्राइवेट क्लिनिक की आड़ में अस्पताल जैसी सेवाएं शुरू कर रखी थीं। प्रशासन को शिकायत मिली थी कि डॉक्टर सरकारी ड्यूटी के दौरान निजी मरीजों का इलाज कर रहे हैं, जिससे शासन को आर्थिक नुकसान हो रहा है।
SDM के नेतृत्व में हुई छापेमारी, कई सुविधाएं पाई गईं
शिकायत के बाद SDM की अगुवाई में बीएमओ, तहसीलदार और थाना प्रभारी की टीम बनाई गई और क्लिनिक पर औचक निरीक्षण किया गया। जांच के दौरान टीम को वहां चार बेड वाला वार्ड, दवाइयों का स्टॉक, और जांच कक्ष मिला। यह देखकर प्रशासनिक अफसर भी हैरान रह गए।
क्लिनिक सील, मामला स्वास्थ्य विभाग को सौंपा गया
जांच में पुष्टि होने के बाद प्रशासन ने क्लिनिक को तत्काल प्रभाव से सील कर दिया है। साथ ही, यह मामला अब स्वास्थ्य विभाग को सौंप दिया गया है, जिससे आगे की अनुशासनात्मक कार्रवाई की जा सके।
फर्जी नियुक्ति का खुलासा: 10 साल से वेतन ले रहे थे अवैध कर्मचारी, ऐसे हुआ खुलासा…
प्रशासन का सख्त संदेश: सरकारी पद पर रहकर निजी प्रैक्टिस नहीं बर्दाश्त
यह कार्रवाई स्पष्ट संकेत देती है कि सरकारी कर्मचारियों द्वारा नियमों का उल्लंघन अब नहीं चलेगा। प्रशासन की निगरानी में यदि कोई भी अधिकारी/कर्मचारी ऐसी गतिविधियों में लिप्त पाया गया, तो कड़ी कार्रवाई तय है।