बलौदाबाजार। छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जनपद पंचायत के अंतर्गत ग्राम पंचायत कुकुरदी में ग्रामीणों ने त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के तीसरे चरण का बहिष्कार कर दिया है। ग्रामीणों ने गांव में “चुनाव बहिष्कार” के पोस्टर लगा दिए हैं, जिससे प्रशासन में हड़कंप मच गया है।
ग्रामीणों की क्या है मांग?
✅ सांवरा जाति के लोगों को ग्राम पंचायत कुकुरदी के वार्ड नंबर 12 में जोड़े जाने का लगातार विरोध किया जा रहा है।
✅ ग्रामीणों का कहना है कि यह समुदाय पहले बलौदाबाजार के इंदिरा कॉलोनी में रहता था और वहीं मतदान करता था।
✅ 2013 में कुकुरदी में विस्थापित किए जाने के बावजूद, वे अब तक बलौदाबाजार में मतदान कर रहे थे।
✅ इस बार प्रशासन ने उन्हें ग्राम पंचायत कुकुरदी में मतदान के लिए शामिल किया है, जिससे ग्रामीण असंतुष्ट हैं।
प्रशासन और ग्रामीणों के बीच बातचीत बेनतीजा
✅ प्रशासन द्वारा ग्रामीणों को मतदान के लिए मनाने का प्रयास किया जा रहा है।
✅ देर रात अपर कलेक्टर समेत प्रशासनिक अधिकारियों और ग्रामीणों के बीच बैठक हुई, लेकिन ग्रामीण अपनी मांगों पर अड़े रहे।
✅ ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि कोतवाली थाना प्रभारी (TI) ने उन्हें थाना बुलाकर धमकाने की कोशिश की।
✅ प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि किसी को मतदान करने से रोका नहीं जाएगा, लेकिन ग्रामीण अब भी चुनाव बहिष्कार पर कायम हैं।
पहले भी कर चुके हैं बहिष्कार
✅ यह पहला मौका नहीं है, जब ग्रामीणों ने चुनाव का बहिष्कार किया हो।
✅ इससे पहले भी पूर्व के चुनाव में विरोध जताया गया था, जिसके बाद प्रशासन ने उन्हें बलौदाबाजार में मतदान की अनुमति दी थी।
✅ इस बार प्रशासन ने उन्हें ग्राम पंचायत में मतदान के लिए अनिवार्य रूप से शामिल कर दिया, जिससे विवाद फिर गहरा गया है।
प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती
✅ ग्रामीणों के बहिष्कार के कारण मतदान प्रभावित होने की आशंका है।
✅ प्रशासनिक अधिकारी लगातार समस्या के समाधान के लिए ग्रामीणों को समझाने में जुटे हैं।
✅ अब देखना होगा कि क्या प्रशासन उनकी मांग मानता है या ग्रामीण अपने फैसले पर अडिग रहते हैं।