छत्तीसगढ़। एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने एक ही दिन में दो जिलों में छापेमारी कर तीन लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें दो पटवारी शामिल हैं। पहली कार्रवाई बलरामपुर-रामानुजगंज जिले में हुई, जबकि दूसरी सरगुजा जिले में। दोनों मामलों में जमीन से जुड़े कामों के लिए घूस मांगी जा रही थी।
बलरामपुर: सीमांकन के एवज में मांगी थी रिश्वत, पटवारी 8000 रुपए लेते रंगे हाथों पकड़ा गया
बलरामपुर जिले के वाड्रफनगर क्षेत्र में रहने वाले राजेश कुमार पटेल ने ACB में शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया कि निजी जमीन पर मकान निर्माण के लिए सीमांकन (Land Demarcation) करवाना था। इसके लिए पटवारी हेमंत कुजूर ने ₹10,000 की रिश्वत की मांग की थी।
पहले ₹2,000 एडवांस ले लिया गया और बाकी ₹8,000 बाद में मांगा गया।
ACB ने जाल बिछाकर हेमंत कुजूर को ₹8,000 लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
उसके खिलाफ धारा 7 पीसी एक्ट 1988 (संशोधित 2018) के तहत केस दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है।
सरगुजा: नामांतरण के लिए 10,000 की मांग, सौदेबाज़ी के बाद 7,000 में बनी बात
सरगुजा जिले के अंबिकापुर के पवन कुमार पाण्डेय ने शिकायत दर्ज कराई थी कि उन्होंने खरीदी गई जमीन के नामांतरण (Mutation) के लिए पटवारी नीरज वर्मा से संपर्क किया।
नीरज वर्मा ने काम के बदले ₹10,000 रिश्वत मांगी, और जांच के दौरान सौदेबाज़ी में ₹7,000 में सौदा तय हुआ।
आज ACB की टीम ने पटवारी नीरज वर्मा और उसके साथी करमू राम को ₹7,000 लेते रंगे हाथों पकड़ लिया।
दोनों के खिलाफ धारा 7 और 12 पीसी एक्ट 1988 (संशोधित अधिनियम 2018) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
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ACB की ताबड़तोड़ कार्रवाई से हड़कंप, क्या छत्तीसगढ़ में भ्रष्टाचार पर लगेगा ब्रेक?
एक ही दिन में दो जिलों में ACB की सफलता ने ये दिखा दिया है कि भ्रष्ट अधिकारियों के दिन अब लदने वाले हैं।
अब देखने वाली बात होगी कि सरकार इस तरह के मामलों पर कितनी तेजी से सख्ती करती है।