डोंगरगढ़ (राजनांदगांव)। छत्तीसगढ़ की धार्मिक नगरी डोंगरगढ़ में स्थित एक कथित योग आश्रम से पुलिस ने फर्जी बाबा और अय्याशी के अड्डे का पर्दाफाश किया है। आश्रम की आड़ में युवाओं को नशे और संदिग्ध गतिविधियों में फंसाने का खेल चल रहा था। पुलिस की रेड में सेक्स टॉय, वियाग्रा, नशीली गोलियां, इंजेक्शन, दो किलो गांजा और विदेशी संदिग्ध सामग्री बरामद की गई है।
कौन है ये पाखंडी ‘जटाधारी बाबा’?
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आरोपी का असली नाम तरुण अग्रवाल उर्फ सोनू उर्फ जटाधारी बाबा है।
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वह पिछले 20 वर्षों से गोवा में रहकर विदेशी पर्यटकों के बीच योग प्रचारक बना हुआ था।
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तरुण ने खुद को अंतरराष्ट्रीय योग गुरु बताया और 100 देशों की यात्रा का दावा किया।
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डोंगरगढ़ के पास प्रज्ञागिरी पहाड़ी पर स्थित फार्महाउस को उसने आश्रम में बदल दिया था।
6 करोड़ की जमीन पर बना ‘आश्रम’, रात में चलती थीं संदिग्ध गतिविधियां
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डेढ़ साल पहले खरीदी गई जमीन पर बने फार्महाउस में रात के समय नशे की पार्टी और अय्याशी का अड्डा चलता था।
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इसका पंजीकरण “सेठ बालकिशन प्रसाद अग्रवाल मेमोरियल फाउंडेशन” के नाम से किया गया था।
ऐसे हुआ भंडाफोड़
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स्थानीय लोगों की शिकायत और पुलिस पेट्रोलिंग के दौरान आश्रम में संदिग्ध हलचल पाई गई।
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24 जून को पुलिस और साइबर सेल ने संयुक्त छापा मारा।
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छापे में भारी मात्रा में नशे के सामान, विदेशी यंत्र, वीडियो उपकरण और कई अन्य आपत्तिजनक सामग्री मिली।
कई एंगल से चल रही जांच
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पुलिस देह व्यापार, विदेशी फंडिंग, मनी लॉन्ड्रिंग और मानव तस्करी जैसे एंगल से जांच कर रही है।
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आरोपी के सोशल नेटवर्क, पासपोर्ट, बैंक खाते और NGO दस्तावेजों की जांच की जा रही है।
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आश्रम को सील कर दिया गया है और आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेजा गया है।
क्या मिला रेड में?
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2 किलो गांजा
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सेक्स टॉय और वियाग्रा
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विदेशी इंजेक्शन और नशीली गोलियां
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संदिग्ध विदेशी बॉक्स
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विभिन्न देशों के योग सर्टिफिकेट
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NGO डायरेक्टरशिप से जुड़े दस्तावेज