बीजापुर: पत्रकार मुकेश हत्याकांड के बाद राज्य में भ्रष्टाचार का बड़ा मामला सामने आया है। सरकार ने इस पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। गंगालूर-मिरतुर सड़क निर्माण में भ्रष्टाचार को लेकर पीडब्ल्यूडी अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
इसी क्रम में इंजीनियर जीएस कोड़ोपी ने गिरफ्तारी से बचने के लिए दंतेवाड़ा सेशंस कोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका दायर की थी, जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया है। इससे अधिकारियों की मुश्किलें और बढ़ गई हैं।
⚖️ कोर्ट का फैसला: अग्रिम जमानत याचिका खारिज
भ्रष्टाचार मामले में फंसे इंजीनियर जीएस कोड़ोपी ने अग्रिम जमानत के लिए कोर्ट में अर्जी लगाई थी, लेकिन दंतेवाड़ा सेशंस कोर्ट ने इसे नामंजूर कर दिया।
🚔 किन अधिकारियों पर है कार्रवाई?
गंगालूर थाने में इन अधिकारियों पर केस दर्ज किया गया है:
🔹 रिटायर्ड EE बीआर ध्रुव
🔹 SDO आरके सिन्हा
🔹 इंजीनियर जीएस कोड़ोपी
इन सभी पर धारा 3 (5), 316 (5) और 318 (4) के तहत मामला दर्ज हुआ है।
🕵️♂️ भ्रष्टाचार से जुड़ा पूरा मामला
हत्या के आरोपी सुरेश चंद्राकर ने गंगालूर-मिरतुर सड़क निर्माण में भ्रष्टाचार का खुलासा किया था। इस पर पीडब्ल्यूडी के कार्यपालन अभियंता (Executive Engineer) ने इन अधिकारियों के खिलाफ केस दर्ज करवाया।
फिलहाल सभी आरोपी फरार हैं, लेकिन पुलिस जल्द ही गिरफ्तारी की कार्रवाई कर सकती है।
छत्तीसगढ़ में ACB की बड़ी कार्रवाई: असिस्टेंट इंजीनियर और अकाउंटेंट रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार!
🔎 SDO सिन्हा से हो सकती है पूछताछ
विशेष जांच दल (SIT) SDO आरके सिन्हा से अलग से पूछताछ कर सकता है। उनके पत्रकार मुकेश हत्याकांड में संलिप्त होने की आशंका जताई जा रही है। SIT साक्ष्यों के आधार पर सिन्हा से पूछताछ कर सकती है।
🚨 क्या हो सकता है आगे?
✅ कोर्ट के फैसले के बाद अधिकारियों की मुश्किलें बढ़ गई हैं।
✅ SIT भ्रष्टाचार और हत्या दोनों मामलों की कड़ी जांच करेगी।
✅ गिरफ्तारी से बचने के लिए आरोपी अग्रिम जमानत के लिए हाईकोर्ट का रुख कर सकते हैं।