रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र के चौथे दिन कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई, जिसमें डायल 112 के लिए खरीदी गई गाड़ियों के उपयोग न होने का मामला भी उठा। कांग्रेस विधायक इंद्र साव ने सरकार से पूछा कि 32.91 करोड़ की लागत से खरीदी गई 374 बोलेरो गाड़ियां अब तक बेकार क्यों पड़ी हैं?
🔹 करोड़ों की गाड़ियां क्यों धूल खा रही हैं?
✔️ गृह विभाग ने डायल 112 आपातकालीन सेवा के लिए 374 बोलेरो गाड़ियां खरीदी थीं।
✔️ इस योजना के तहत 12 जून 2023 को टेंडर जारी किया गया था।
✔️ बावजूद इसके, गाड़ियां पिछले 14 महीने से 3री वाहिनी में खड़ी हैं।
✔️ अभी तक योजना का क्रियान्वयन शुरू नहीं हो सका है, और कंपनी चयन प्रक्रिया लंबित है।
🔹 विधायक इंद्र साव ने उठाए सवाल
➡️ क्या गृह विभाग ने 400 करोड़ खर्च कर 400 बोलेरो खरीदी थी?
➡️ अगर हां, तो क्या इनके संचालन के लिए कोई टेंडर जारी किया गया?
➡️ अभी इन गाड़ियों की वर्तमान स्थिति क्या है और वे कहां खड़ी हैं?
🔹 सरकार की सफाई
➡️ गृह मंत्री विजय शर्मा ने बताया कि 374 बोलेरो गाड़ियों पर 32.91 करोड़ खर्च किए गए।
➡️ 12 जून 2023 को दूसरे चरण के लिए टेंडर जारी किया गया था।
➡️ सभी गाड़ियां अभी 3री वाहिनी में सुरक्षित रखी गई हैं और कंपनी चयन प्रक्रिया जारी है।
🔹 क्या सरकार की सुस्ती गाड़ियों को कबाड़ बना देगी?
➡️ सरकार अभी तक डेढ़ साल से कंपनी चयन नहीं कर पाई है।
➡️ ऐसे में गाड़ियां धूल फांक रही हैं और जनता को कोई लाभ नहीं मिल रहा।
➡️ अब सवाल यह है कि क्या सरकार जल्द कोई ठोस कदम उठाएगी या ये करोड़ों की गाड़ियां बेकार हो जाएंगी?