स्कूल से गायब थे शिक्षक, नेटवर्क मार्केटिंग में थे शामिल
छत्तीसगढ़ के सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले में दो शिक्षकों के खिलाफ डीईओ (जिला शिक्षा अधिकारी) ने सख्त कार्रवाई की है। लंबे समय से स्कूल से अनुपस्थित रहने और नेटवर्क मार्केटिंग व हर्बल लाइफ बिजनेस में संलिप्त रहने के कारण प्रधान पाठक आत्माराम चौहान और सहायक शिक्षक महादेव भूमिजन को सस्पेंड कर दिया गया है।
शिक्षकों के खिलाफ जांच के आदेश
शिक्षकों की इस अनियमितता को देखते हुए विभागीय जांच के लिए विशेष टीम गठित की गई है। राज्य सरकार के डीपीआई (निदेशालय लोक शिक्षण) द्वारा सभी जिलों के डीईओ से उन शिक्षकों की जानकारी मांगी गई थी, जो शैक्षणिक कार्य के अलावा नेटवर्क मार्केटिंग और हर्बल लाइफ जैसे व्यवसायों में लिप्त हैं।
कैसे हुआ शिक्षकों का खुलासा?
सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले के तीनों विकासखंडों से ऐसे शिक्षकों की पहचान के लिए डीईओ एलपी पटेल ने सभी विकासखंड शिक्षा अधिकारियों (BEO) को निर्देश जारी किए थे। जांच के दौरान सामने आया कि कुछ शिक्षक लंबे समय से स्कूल नहीं आ रहे थे और हर्बल लाइफ का बिजनेस कर रहे थे। इसके बाद कार्रवाई करते हुए दोनों शिक्षकों को निलंबित कर दिया गया और हेडक्वार्टर BEO कार्यालय निर्धारित किया गया।
राज्य सरकार की सख्ती जारी
शिक्षकों द्वारा शिक्षण कार्य छोड़कर अन्य व्यवसायों में शामिल होना गंभीर लापरवाही माना जा रहा है। राज्य सरकार ने साफ कर दिया है कि ऐसे शिक्षकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई जारी रहेगी और शिक्षा के स्तर को प्रभावित करने वाले किसी भी प्रकार के अवैध कार्यों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।