Hanuman Janmotsav 2025: इस दिशा में लगाएं पंचमुखी हनुमान जी की तस्वीर, दूर होंगे सभी कष्ट…

35
Hanuman Janmotsav 2025: इस दिशा में लगाएं पंचमुखी हनुमान जी की तस्वीर, दूर होंगे सभी कष्ट...

हनुमान जन्मोत्सव 12 अप्रैल को, जानिए किस दिशा में तस्वीर लगाने से मिलेगा शुभ फल

हनुमान जन्मोत्सव का पावन अवसर

हनुमान जन्मोत्सव हर साल चैत्र पूर्णिमा को मनाया जाता है। इस बार यह पर्व 12 अप्रैल 2025 को धूमधाम से मनाया जा रहा है। यह दिन भगवान हनुमान की उपासना और कृपा पाने के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है। इस दिन भक्त विशेष पूजा और चमत्कारी उपायों का सहारा लेते हैं, जिससे जीवन में सुख-शांति और समृद्धि आ सके।

पंचमुखी हनुमान जी का महत्व क्या है?

पंचमुखी हनुमान जी की तस्वीर या मूर्ति को धार्मिक और वास्तु शास्त्र दोनों दृष्टिकोणों से बहुत शक्तिशाली माना गया है।
इसमें पांच मुख होते हैं —

  • वानर (मुख्य)

  • गरुड़

  • वराह

  • हयग्रीव

  • नरसिंह

इन पांच मुखों का प्रतीकात्मक महत्व है — ये आपको शत्रुओं पर विजय, दीर्घायु, निर्भयता, और सभी मनोकामनाओं की पूर्ति प्रदान करते हैं।

कहाँ लगाएं पंचमुखी हनुमान जी की तस्वीर?

1. दक्षिण दिशा – घर के मुख्य द्वार पर

अगर आपके घर का मुख्य दरवाजा दक्षिण दिशा में है, तो वहां पंचमुखी हनुमान जी की तस्वीर लगाने से सभी वास्तु दोष दूर हो जाते हैं। यह दिशा आमतौर पर अशुभ मानी जाती है, लेकिन हनुमान जी की कृपा से यह दिशा भी शुभ बन जाती है।

2. दक्षिण-पश्चिम दिशा – नैऋत्य कोण में

इस कोने में तस्वीर या मूर्ति लगाने से जीवन में स्थायित्व आता है और समृद्धि का आगमन होता है। यह दिशा वास्तु शास्त्र में धन और सुरक्षा से जुड़ी मानी जाती है।

3. उत्तर-पूर्व दिशा – ईशान कोण में

ईशान कोण में देवी-देवताओं का वास माना जाता है। यहाँ पंचमुखी हनुमान जी की तस्वीर लगाने से पारिवारिक जीवन में शांति बनी रहती है और मानसिक संतुलन प्राप्त होता है।

अप्रैल 2025 एकादशी व्रत तिथि: जानें कब रखा जाएगा एकादशी का व्रत और शुभ मुहूर्त….

हनुमान जी को प्रसन्न करने का सरल उपाय

हनुमान जन्मोत्सव पर पंचमुखी हनुमान जी की तस्वीर को सही दिशा में स्थापित करके आप जीवन के बड़े से बड़े संकट से छुटकारा पा सकते हैं। साथ ही, नियमित रूप से हनुमान चालीसा का पाठ करना और सिंदूर, चमेली का तेल चढ़ाना अत्यंत फलदायक होता है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here