ट्रांसफर के बावजूद रिलीव नहीं हुए पटवारी, सवालों के घेरे में प्रशासन
रायपुर: जिला प्रशासन ने हाल ही में 10 पटवारियों के तबादले का आदेश जारी किया था, जिसमें से 8 पटवारियों को रिलीव कर दिया गया। लेकिन 2 पटवारियों को अब तक उनके पुराने पद से हटाया नहीं गया है, जिससे प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठने लगे हैं।
15 दिन बाद भी नहीं हुआ आदेश का पालन
➡️ जिला प्रशासन ने एक पटवारी के लिए तत्काल प्रभाव से रिलीविंग ऑर्डर जारी किया था, लेकिन 15 दिन बाद भी उन्हें कार्यमुक्त नहीं किया गया।
➡️ दूसरी ओर, एक महिला पटवारी को कागजों में कलेक्टोरेट में अटैच दिखाया गया है, लेकिन सूत्रों के मुताबिक, वह अब भी अपने हल्के में ही काम कर रही हैं।
➡️ 8 रिलीव हो चुके पटवारी अब इस प्रक्रिया पर सवाल उठा रहे हैं और जानना चाहते हैं कि कुछ पटवारियों को पुराने पद पर बने रहने की विशेष छूट क्यों दी गई?
तहसील कार्यालय की भूमिका पर भी उठे सवाल
पटवारियों के ट्रांसफर के बावजूद उनकी आईडी अब तक ब्लॉक नहीं की गई है।
इससे संकेत मिलता है कि प्रशासनिक स्तर पर किसी तरह का दबाव या विशेष प्रभाव काम कर रहा है।
विभाग में चर्चा है कि आखिर कौन सा जुगाड़ है, जिससे कुछ पटवारी तबादले के बाद भी अपने हल्के में बने रहते हैं?
ट्रांसफर नीति में पारदर्शिता की जरूरत!
✔️ ट्रांसफर आदेश के बाद निष्पक्ष तरीके से सभी पटवारियों को रिलीव किया जाना चाहिए।
✔️ अगर कोई पटवारी तबादले के बावजूद अपनी पुरानी जगह पर काम कर रहा है, तो इसकी उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए।
✔️ प्रशासन को स्पष्ट करना चाहिए कि कुछ पटवारियों को नियमों से अलग छूट क्यों मिल रही है।