बागपत, उत्तर प्रदेश: हिलवाड़ी गांव में पिछले दो महीने में करीब 40 मौतें हो चुकी हैं, जिससे पूरे गांव में भय और अंधविश्वास का माहौल बना हुआ है। फिलहाल श्मशान घाट में 13 चिताएं जल रही हैं, जबकि इससे पहले कई और चिताएं धधक चुकी हैं। गांववाले इसे किसी संकट का संकेत मान रहे हैं। इस गांव में क्या हो रहा है? 2 महीने में 40 मौतें, श्मशान घाट में धधक रहीं चिताएं…
स्वास्थ्य विभाग का क्या है कहना?
स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, इन मौतों के पीछे कोई महामारी या विशेष बीमारी नहीं है।
- अधिकतर मौतें बुजुर्गों की स्वाभाविक मृत्यु या बीमारियों जैसे हार्ट अटैक के कारण हुई हैं।
- सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बड़ौत के अधीक्षक ने कहा कि गांव में कोई संक्रामक बीमारी नहीं फैली है।
- प्रशासन ने ग्रामीणों से अंधविश्वास से बचने और अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है। इस गांव में क्या हो रहा है? 2 महीने में 40 मौतें, श्मशान घाट में धधक रहीं चिताएं…
ग्रामीणों में बढ़ता डर
गांववालों का कहना है कि कोरोना महामारी के समय भी इतनी मौतें नहीं हुई थीं।
- मौतों की संख्या लगातार बढ़ने से लोग भयभीत हैं।
- कई लोग इसे गांव पर संकट या बुरी शक्ति का प्रभाव मानने लगे हैं।
प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की अपील
- प्रशासन ने गांव में हालात पर नजर बनाए रखने का भरोसा दिया है।
- अंधविश्वास से बचने और स्वच्छता बनाए रखने की सलाह दी गई है।
- स्वास्थ्य विभाग की टीमें गांव का दौरा कर रही हैं और जांच कर रही हैं।
इन हालातों में क्या करें?
- किसी भी अफवाह या अंधविश्वास में न पड़ें।
- स्वास्थ्य से संबंधित कोई भी लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
- प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें।