रायपुर : छत्तीसगढ़ विधानसभा का शीतकालीन सत्र आज अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया गया। इस सत्र के दौरान सरकार और विपक्ष के बीच कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर तीखी बहस देखने को मिली। 16 दिसंबर से 20 दिसंबर तक चले इस सत्र में कई मुद्दों पर चर्चा हुई और कुछ मामलों में जांच के आदेश भी दिए गए। सत्र के आखिरी दिन, आदिवासी बच्चों की मौत और दवा खरीदी में गड़बड़ी के मामलों पर जोरदार बहस हुई। छत्तीसगढ़ विधानसभा का शीतकालीन सत्र अनिश्चित काल के लिए स्थगित…
सत्र के आखिरी दिन उठा आदिवासी बच्चों की मौत का मामला
- शीतकालीन सत्र के अंतिम दिन, आदिवासी बच्चों की मौत का मामला सामने आया।
- विपक्ष ने सरकार पर आरोप लगाया कि बच्चों की मौत भूख और असुविधाओं के कारण हुई है। कवासी लखमा ने कहा कि बच्चों को खाने की उचित व्यवस्था नहीं थी, जिसके कारण उनकी जान चली गई। छत्तीसगढ़ विधानसभा का शीतकालीन सत्र अनिश्चित काल के लिए स्थगित…
भूपेश बघेल ने कानून व्यवस्था पर स्थगन प्रस्ताव रखा
- भूपेश बघेल ने प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था पर स्थगन प्रस्ताव लाकर चर्चा की मांग की।
- उन्होंने कहा कि प्रदेश में अपराध बढ़े हैं, और अपराधियों के हौसले बुलंद हो गए हैं। चाकूबाजी और कस्टोडियल डेथ की घटनाएं भी सामने आई हैं।
- उन्होंने राज्य की कानून व्यवस्था पर चिंता जताते हुए चर्चा की आवश्यकता पर जोर दिया। छत्तीसगढ़ विधानसभा का शीतकालीन सत्र अनिश्चित काल के लिए स्थगित…
विपक्ष ने सरकार को घेरा, डॉ. रमन सिंह के कार्यकाल की तारीफ
- विपक्ष ने डॉ. रमन सिंह के कार्यकाल की तारीफ करते हुए कहा कि उनके 15 वर्षों में अपराध की घटनाएं बहुत कम थीं, जबकि इस सरकार के 1 साल में अपराधों में वृद्धि हुई है।
- नेता प्रतिपक्ष ने आरोप लगाया कि इस सरकार में आम लोग परेशान हैं, जबकि अपराधी और भ्रष्टाचारी सुरक्षित हैं। छत्तीसगढ़ विधानसभा का शीतकालीन सत्र अनिश्चित काल के लिए स्थगित…
मंत्री विजय शर्मा का बयान, विपक्ष का निलंबन
- उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने विधानसभा में बयान देते हुए कहा कि सरकार अपराधों की रोकथाम के लिए गंभीर है और सभी घटनाओं पर कार्रवाई की जा रही है।
- हालांकि, विपक्षी विधायक गर्भगृह में नारेबाजी करने लगे, जिसके बाद उन्हें निलंबित कर दिया गया।
- इसके बाद सत्र को स्थगित कर दिया गया। छत्तीसगढ़ विधानसभा का शीतकालीन सत्र अनिश्चित काल के लिए स्थगित…