डॉक्टर बनने का सपना अधूरा रह गया, कोरबा में छात्रा की आत्महत्या से पसरा मातम
कोरबा/रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के एक मेडिकल कॉलेज में पढ़ रही एमबीबीएस की छात्रा छाया गौतम (22) ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। वह कोरबा जिले के कला मंदिर क्षेत्र स्थित एम-55 माइनस क्वार्टर में परिवार के साथ रहती थी। शुक्रवार सुबह जब घर पर कोई नहीं था, तो छाया ने कमरे में फांसी लगाकर जान दे दी।
मानसिक तनाव से जूझ रही थी छात्रा, पिता ने कराया था इलाज शुरू
छाया 15 दिन पहले रायपुर से अपने घर कोरबा लौटी थी। परिजनों के अनुसार, वह लंबे समय से मानसिक तनाव में थी और पढ़ाई को लेकर काफी दबाव महसूस कर रही थी। पिता शशि भूषण गौतम, जो SECL में कार्यरत हैं, ने उसका इलाज कोरबा के एक निजी अस्पताल में शुरू भी करवाया था।
आत्महत्या की वजह की गहराई से जांच जारी, मोबाइल कॉल डिटेल और कॉलेज से मिलेगी जानकारी
कुसमुंडा थाना पुलिस ने बताया कि छात्रा की मौत के कारणों की गहराई से जांच की जा रही है। पुलिस ने परिजनों के बयान दर्ज कर लिए हैं। आगे रायपुर मेडिकल कॉलेज, उसके दोस्तों और मोबाइल कॉल डिटेल की जांच की जाएगी।
पढ़ाई में थी होशियार, बचपन से था डॉक्टर बनने का सपना
छाया के पिता ने बताया कि उनकी बेटी बचपन से पढ़ाई में अव्वल रही है और डॉक्टर बनना उसका सपना था। बेटी की अचानक इस तरह मौत से परिवार पूरी तरह टूट गया है।
युवाओं में बढ़ता मानसिक तनाव एक गंभीर विषय, समय पर संवाद है समाधान
इस घटना ने एक बार फिर छात्रों में मानसिक स्वास्थ्य को लेकर चिंता बढ़ा दी है। यह ज़रूरी है कि माता-पिता, शिक्षक और दोस्त युवाओं से खुलकर बात करें और समय रहते उन्हें मदद प्रदान करें।