बालोद। छत्तीसगढ़ के बालोद जिले के ग्राम पंचायत धोतीमटोला में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव से पहले जमकर हंगामा हुआ। ग्रामीणों ने चुनाव बहिष्कार करते हुए प्रशासन और पुलिस को घेर लिया। देर रात तक भारी विरोध और बहस के कारण मतदान कर्मियों को आश्रित ग्राम दारूटोला में शिफ्ट करना पड़ा।
ग्राम धोतीमटोला को स्वतंत्र पंचायत बनाने की मांग
ग्रामीणों का कहना है कि पंचायत कार्यालय आश्रित ग्राम दारूटोला में होने से वे नाराज हैं। वे लंबे समय से धोतीमटोला को स्वतंत्र पंचायत का दर्जा देने की मांग कर रहे हैं। इसी वजह से उन्होंने लोकसभा चुनाव का भी बहिष्कार किया था और अब त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव से भी दूरी बना ली है।
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पुलिस और प्रशासन के साथ देर रात तक बहस
गांव में विरोध इतना बढ़ गया कि पुलिस और प्रशासन के साथ ग्रामीणों की तीखी बहस हुई। माहौल तनावपूर्ण होने के कारण प्रशासन ने वापस लौटने का फैसला किया और मतदान कर्मियों को सुरक्षित तरीके से दारूटोला में शिफ्ट कर मतदान प्रक्रिया शुरू करवाई।
पहले चरण के चुनाव में बहिष्कार का असर
धोतीमटोला में ग्रामीणों के बहिष्कार के चलते मतदान प्रभावित हुआ। प्रशासन की कोशिश के बावजूद ग्रामीणों ने अपनी मांग पर अड़े रहने का फैसला किया। अब देखना होगा कि इस मामले में सरकार और प्रशासन क्या निर्णय लेते हैं।