केलो नदी किनारे मरीन ड्राइव निर्माण को लेकर बढ़ा विवाद, पहले चरण में 20 मकानों को तोड़ने की कार्रवाई शुरू
रायगढ़। रायगढ़ में केलो नदी किनारे बन रहे मरीन ड्राइव प्रोजेक्ट को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। शुक्रवार देर रात अचानक दिए गए नोटिस के बाद शनिवार सुबह प्रशासन ने 15 मकानों पर बुलडोजर चला दिया, जिससे इलाके में तनाव की स्थिति बन गई।
महिलाओं ने रोका प्रशासनिक अमला, पुलिस से झड़प
प्रशासन और भारी पुलिस बल जब पोकलेन मशीन लेकर मौके पर पहुंचा, तो स्थानीय महिलाओं ने रास्ता रोककर विरोध जताया। इसी दौरान पुलिस और महिलाओं के बीच झड़प की स्थिति भी उत्पन्न हो गई। महिलाओं का आरोप है कि बिना समुचित समय दिए उनके मकान गिरा दिए गए, लोग भूखे-प्यासे रह गए।
नोटिस रात 9 बजे, अल्टीमेटम सुबह 8 बजे!
रहवासियों ने बताया कि उन्हें शुक्रवार रात 9 बजे नोटिस दिया गया, जिसमें सुबह 8 बजे तक मकान खाली करने का आदेश था। इतनी कम समयसीमा में सामान हटाना और वैकल्पिक व्यवस्था करना असंभव है।
गुस्साए लोगों का मंत्री OP चौधरी के बंगले का घेराव
प्रभावित और आक्रोशित लोगों ने प्रदेश के मंत्री ओपी चौधरी के रायगढ़ स्थित बंगले का घेराव किया और जमकर नारेबाजी की। मौके पर पुलिस बल और प्रशासनिक अधिकारी पहुंचे और प्रदर्शनकारियों को ‘घर के बदले घर, जमीन के बदले जमीन’ देने का भरोसा देकर शांत किया।
पहले चरण में 20, फिर टूटेंगे 100 मकान
जानकारी के अनुसार, कायाघाट क्षेत्र में कुल 120 मकानों को हटाने की योजना है। पहले चरण में 20 घर तोड़े जा रहे हैं। प्रशासन का कहना है कि यह मरीन ड्राइव परियोजना के तहत ज़रूरी है। कुल मिलाकर, 295 मकान मालिकों को नोटिस जारी किया गया है।
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पहले ही कलेक्टर बंगले का घेराव कर चुके हैं नागरिक
शुक्रवार रात को ही सैकड़ों लोगों ने कलेक्टर बंगले का घेराव कर नगर निगम की कार्रवाई को एकतरफा बताया था। नागरिकों का कहना है कि विस्थापन की कोई ठोस योजना नहीं है, जिससे लोगों का गुस्सा भड़क गया।