रायपुर। नगरीय निकाय चुनाव के नतीजों के बाद छत्तीसगढ़ कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष (PCC चीफ) बदलने की चर्चाएं जोरों पर हैं। इस बीच, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि प्रदेश अध्यक्ष जैसे पदों पर नियुक्ति का फैसला हाईकमान करता है। अगर हमसे सलाह ली जाती है, तो हम अपनी राय रखते हैं।
चुनावी हार के बाद इस्तीफे की मांग तेज
📌 PCC अध्यक्ष दीपक बैज को हटाने की मांग
📌 जिला व प्रदेश अध्यक्षों से इस्तीफे की मांग उठी
📌 भाजपा पर सत्ता के दुरुपयोग के आरोप
कांग्रेस की हार के बाद पार्टी के भीतर प्रदेश और जिला अध्यक्षों के इस्तीफे की मांग तेज हो गई है। इस मुद्दे पर कांग्रेस नेता शिव डहरिया ने कहा कि हार के बाद इस तरह की बातें आना स्वाभाविक है। उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि चुनाव में सत्ता का दुरुपयोग हुआ, मतदाताओं को डराया गया, पैसे और शराब बांटे गए।
भाजपा प्रत्याशी पर नोट बांटने के आरोप
🔹 भाजपा प्रत्याशी खुलेआम नोट बांटते पकड़ा गया
🔹 चुनाव जीतने के लिए सत्ता का गलत इस्तेमाल किया गया
🔹 कांग्रेस की आंतरिक कलह का खामियाजा जनता को भुगतना पड़ा
डहरिया ने आरोप लगाया कि भाजपा ने प्रशासन पर दबाव बनाकर चुनाव को प्रभावित किया। उन्होंने कहा कि भाजपा प्रत्याशी नोट बांटते हुए पकड़ा गया था, लेकिन कोई सख्त कार्रवाई नहीं हुई।
धर्मांतरण पर भी गरमाई सियासत
✅ अरुण साव के बयान पर शिव डहरिया का पलटवार
✅ रमन सिंह के कार्यकाल में सबसे ज्यादा धर्मांतरण हुए
✅ हमारी सरकार में ऐसी घटनाओं पर तत्काल कार्रवाई की गई
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने चुनावी नतीजों के बाद धर्मांतरण का मुद्दा उठाया, जिस पर शिव डहरिया ने जवाब देते हुए कहा कि यह सिर्फ एक चुनावी शिगूफा है। उन्होंने आरोप लगाया कि रमन सिंह के कार्यकाल में सबसे ज्यादा धर्मांतरण हुए और हमारी सरकार ने इस पर सख्त कार्रवाई की।